ओलिंपिक खेल का इतिहास (History of Olympics Game)
ओलिंपिक खेल का इतिहास (History of Olympics Game)
विश्व के सबसे बड़ा खेल ओलिंपिक खेल (Olympic Games) हैं. जिसे खेलों का महाकुम्भ ओलिंपिक खेल (Olympic Games) कहा जाता हैं. ओलिंपिक खेल प्रत्येक चार साल बाद होता हैं. ओलिंपिक खेल (Olympic Games) शुरू होते ही पूरे विश्व के सभी देशों की निगाह अपने देश के खिलाडियों पर रहती हैं, क्योकि ओलिंपिक खेलों में सभी खिलाडी अपने देश का प्रतिनिधित्व करते हैं. आखिर पहली बार ओलिंपिक खेल की शुरुआत कब हुई. किस वजह से ओलिंपिक खेल खेले जाने लगे. इस सवाल का जवाब भी अपने आप में रोचक हैं आइये जानते हैं ओलिंपिक खेल (Olympic Games) से जुड़े कुछ रौचक इतिहास के बारे में.
सर्वप्रथम ओलिंपिक खेल युनान के ओलम्पिया शहर में 776 ईसा पूर्व में प्रारम्भ हुआ. यह खेल ग्रीक देवता ज़ीउस (zeus) के सम्मान में खेला गया था. तब यह खेल चार वर्षो में एक बार खेले जाते थे और ये खेल 394 ई. तक खेले गये थे. फिर रोम के राजा थियोडोसियस ने इसे मूर्तिपूजा वाला उत्सव करार देकर इन खेलों का आयोजन बंद कर दिया.
बैरों पियरे डी कुवर्तेन के निर्देश पर वर्ष 1913 में ओलिंपिक ध्वज का निर्माण किया गया और सर्वप्रथम इस ओलिंपिक ध्वज को वर्ष 1920 में एंटवर्प ओलिंपिक में फहराया गया. ध्वज का बैकग्राउंड सफ़ेद हैं. सिल्क के बने ध्वज के मध्य में ओलिंपिक प्रतिक के रूप में पांच रंगीन चक्र एक-दुसरे से मिले हुए दर्शाएँ गये हैं, जो विश्व के पाँच महाद्वीपों के प्रतिनिधित्व करने के साथ ही निष्पक्ष एवं मुक्त स्पर्धा का प्रतीक हैं.
नीला चक्र – यूरोप
पीला चक्र – एशिया
काला चक्र – अफ्रीका
हरा चक्र – आस्ट्रेलिया
लाल चक्र – उ. एवं द. अमेरिका
ओलिंपिक फ्लेम एक मशाल हैं जिसकी शुरुआत वर्ष 1928 में हुई. जिसे पहली बार एम्सटर्डम ओलिंपिक में प्रज्वलित किया गया था और वर्ष 1936 के बर्लिन ओलिंपिक में ओलिंपिक मशाल को आयोजन स्थल तक लाने का प्रचलन प्रारम्भ हुआ. इस मशाल को खेल शुरू होने के कुछ दिन पूर्व यूनान के ओलम्पिया में “हेरा मंदिर” के सामने सूर्य की किरणों से प्रज्वलित किया जाता हैं और वहाँ से आयोजन-स्थल तक विभिन्न खिलाडियों द्वारा लाई जाती हैं. इसी मशाल से खेल समारोह विशेष की मशाल प्रज्वलित की जाती हैं.
ओलिंपिक खेलों में विजेताओ को तीन प्रकार के पदक दिए जाते हैं – स्वर्ण, रजत एवं कास्य. स्वर्ण पदक 60 मिमी वृत्त में एवं 3 मिमी मोटा होता हैं. स्वर्ण पदक में 92.25% चांदी और परतयुक्त 6 ग्राम सोना होता हैं. रजत पदक 60 मिमी वृत्त में एवं 3 मिमी मोटाई वाला होता हैं. यह 92.5% चांदी का बना होता हैं. कांस्य पूरी तरह कांस्य से बना होता हैं. स्वर्ण, रजत और कास्य पदक क्रमशः प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान पर आने वाले खिलाडियों को मिलता हैं.
ओलिंपिक खेलों के रोचक तथ्य (Interesting Fact About Olympic Games)
√ वर्ष 1972 में म्यूशनिख ओलिंपिक में फिलीस्तीनी आतंकवादी हमले के कारण ग्यारह इजरायली एथलीट मारे गये थे.
√ वर्ष 1990 के पेरिस ओलिंपिक में पहले स्थान पर आने वाले खिलाडियों को स्वर्ण पदक की जगह पेंटिंग दी गयी थी.
√ वर्ष 1924 में टेनिस को ओलिंपिक से निकाल दिया गया था जिसे बाद में वर्ष 1988 में वापस शामिल कर लिया गया.
√ ग्रीस, ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस, स्विट्ज़रलैंड और ब्रिटेन ही सिर्फ ऐसे देश हैं जिन्होंने सारे ओलिंपिक खेलों में भाग लिया.
√ वर्ष 2002 के एथेंस ओलिंपिक में सबसे ज्यादा 202 देशो ने हिस्सा लिया था.
√ ओलिंपिक में सबसे ज्यादा मैडल जितने का रिकॉर्ड अमेरिका के माइकल फेलप्स के नाम पर हैं जिन्होंने कुल 28 पदक अपने नाम किये थे. फेल्प्स ने बीजिंग ओलंपिक में 8 स्वर्ण पदक अपने नाम किये थे.
√ ग्रीक के Dimitrios Loundras में सबसे कम उम्र में ओलिंपिक पदक जितने का रिकॉर्ड बनाया था. तब उनकी उम्र मात्र 10 साल 218 दिन थी.
√ कोका कोला कंपनी वर्ष 1928 से ओलिंपिक खेलों को स्पोंसर कर रही हैं.
√ भारत की ओर से मिल्खा सिंह पहले एथलीट थे जो ओलिंपिक एथलेटिक्स के फाइनल में पहुँच गए थे.
√ लंदन अकेला ऐसा शहर हैं जहां तीन बार ओलिंपिक का आयोजन किया गया.
√ वर्ष 1900 में क्रिकेट को ओलिंपिक में शामिल किया गया था. जिसमे सिर्फ दो ही देश ने भाग लिया था. वह देश फ्रांस और ब्रिटेन थे. ब्रिटेन को गोल्ड और फ्रांस को सिल्वर मैडल मिला था.
√ 1916, 1940 और 1944 के साल ओलंपिक का आयोजन नही हुआ था जिसका कारण प्रथम विश्वयुद्ध और द्वितीय विश्वयुद्ध था.
√ ओलिंपिक में भाग लेने घोड़ो के पास खुद के पासपोर्ट होते हैं और वे विमान में बिजनेस क्लास में सफ़र करते हैं.
√ ओलिंपिक खेलों में भाग लेने वाली प्रथम भारतीय महिला खिलाड़ी “मेरी लीला रो” हैं.
√ एक ही ओलिंपिक में सर्वाधिक स्वर्ण पदक जीतने वाली महिला खिलाडी “क्रिस्टीना ओटी” हैं. 1996 के सियोल ओलिंपिक में क्रिस्टीना ओटी ने तैराकी में 6 स्वर्ण पदक जीते थे.
√ नीता अंबानी इंटरनेशनल ओलिंपिक काउंसिल (IOC) की पहली भारतीय महिला सदस्य हैं. वो ओलिंपिक चैनल के अलावा आईओसी की दो महत्वपूर्ण ग्लोबल कमीशन की सदस्य भी हैं.
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धन्यवाद!
✍️ SK Singh "Satya"





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